Friday, September 2, 2011

Punjab Police: Jalandher Police: सब-इंस्पेक्टर निकला वाहन चोर गिरोह का मेंबर, लंबे समय से चल रहा था गोरखधंधा

जालंधर. मोगा . एक सब इंस्पेक्टर को वाहन चोर गिरोह का सदस्य निकले पर निलंबित कर आपराधिक मामला दर्ज कर दिया है। इसके बाद मोगा पुलिस ने वाहन चोरी कर उसके जाली कागजात तैयार करने के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तीन जिलों के परिवहन दफ्तरों में छापामारी कर रिकार्ड जब्त किया है।

गिरफ्तार किया गया सब इंस्पेक्टर इससे पहले मोगा पासपोर्ट स्कैंडल का जांच अधिकारी भी रहा। फिलहाल पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे होने की संभावना है। इसमें डीटीओ दफ्तर से लेकर पुलिस विभाग के कई अधिकारियों व कर्मियों पर गाज गिर सकती है।

लंबे समय से चल रहा था गोरखधंधा : सीआईए स्टाफ के गुरबाज सिंह ने बताया कि सब इंस्पेक्टर जिला ट्रांसपोर्ट दफ्तरों के साथ मिलीभगत कर जाली दस्तावेज बनाने का काम करता था। इसमें गैंग के खिलाफ सात अगस्त को विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस ने केस दायर किया था।

इसमें सनवीर सिंह के अलावा बलदेव सिंह, बलविंदर सिंह, कुलवंत सिंह, तारा सिंह शामिल था। इसमें पुलिस को जानकारी मिली कि मालवा में फरीदकोट, मोगा के अलावा मुक्तसर के जिला ट्रांसपोर्ट दफ्तरों में जाली दस्तावेज बनाने का काम किया जाता था।

चोर गिरोह, पुलिस विभाग और परिवहन विभाग की मिलीभगत से चल रहे इस धंधे में दर्जनों वाहनों को चोरी कर आगे जाली दस्तावेज के आधार पर बेचने का धंधा लंबे समय से किया जा रहा था। इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने वीरवार को फरीदकोट, मोगा और मुक्तसर के जिला परिवहन दफ्तरों के दस्तावेजों की जांच कर रिकार्ड सील किया।

इसमें पुलिस ने अब तक ऐसे 16 वाहनों की पहचान की है, जो गलत दस्तावेजों के आधार पर खरीदे व बेचे गए हैं। इसमें फरीदकोट के एसएसपी सतपाल सिंह संधू भी मामले की जांच कर रहे हैं।

Maharastra Police: mumbai traffic police: गृह मंत्री के आदेश के बाद ट्रैफिक पुलिस में रिक्त पदों को भरा, 50 महिलाओं को मिला मौका

मुंबई। मंगलवार से, मुंबई शहर में यातायात को नियंत्रित करते हुए अब महिलाएं कई जगह नजर आएंगी। क्योंकि यातायात विभाग में अब 50 और महिलाओं की भर्ती कर ली गई है। अब तक इस विभाग में महिलाओं की संख्या बहुत कम थी।

जानकारी के अनुसार गृह मंत्री आर.आर. पाटील के निर्देश के बाद ही ट्रैफिक पुलिस में रिक्त पदों को भरा गया है। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ट्रैफिक) बृजेश सिंह का कहना था कि इस काम की प्रकृति कुछ अलग तरह की होने की वजह से अभी तक इस विभाग में बहुत कम महिलाओं की ही भर्ती हो पाई थी, लेकिन अब बाकी रिक्त पदों पर नियुक्तियां हो चुकी हैं।

यातायात पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सुरक्षा कारणों के मद्देनजर सभी महिलाओं को पिस्तौल रखने की भी सुविधा प्रदान की जाएगी।

Maharastra Police: Mumbai Police: फिल्म अभिनेता गोविंदा के खिलाफ खार पुलिस स्टेशन में मारपीट की शिकायत दर्ज, बहनोई ने लगाया आरोप

मुंबई. मुंबई में फिल्म अभिनेता गोविंदा के खिलाफ खार पुलिस स्टेशन में बहनोई के साथ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई गई है।

गोविंदा के खिलाफ उनके ही बहनोई प्रवीण खन्ना ने मारपीट और जान से मारने का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच किसी फिल्म को लेकर तनातनी चल रही थी।

प्रवीण खन्ना ने एक फिल्म के लिए गोविंदा को चार करोड़ में साइन किया था। 25 लाख एडवांस दे दिया था। गोविंदा फिल्म शूट के लिए नहीं आते थे। इस वजह से दोनों के बीच गुस्से में हाथापाई हो गई।

प्रवीण की शिकायत के मुताबिक गोविंदा ने 24 अगस्त को उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने अभी तक इसका संज्ञान नहीं लिया है और मामले की छानबीन कर रही है। प्रवीण खन्ना फिल्म निर्माता हैं। उनकी पत्नी कामिनी गोविंदा की बहन हैं।

UP Police: उप्र की पुलिस प्रशिक्षण अकादमी के आरआई ने आत्महत्या की

मुरादाबाद। पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में प्रतिसार निरीक्षक (आरआई) के पद पर तैनात राकेश मलिक ने बुधवार की दोपहर आवासीय परिसर में सर्विस रिवाल्वर से आत्महत्या कर ली। मामले को खुदकुशी माना जा है, लेकिन कोई पत्र नहीं मिला है।

अकादमी के सूत्रों के अनुसार राकेश मलिक ड्यूटी पर थे। लंच पर करीब एक बजे वे अपने आवास पहुंचे थे और वहीं सर्विस रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मार ली, जो पार निकल गई। आत्महत्या का कारण अभी साफ नहीं हो सका है।

मूलरूप से मुजफ्फरनगर के फुगाना गांव निवासी राकेश मलिक कई वर्षों से मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके में रह रहे थे। मलिक का बेटा मेरठ के वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट में नौकरी करता है। अकादमी अफसरों ने मलिक के परिवार को सूचना दे दी है। घटना की जानकारी दोपहर करीब दो बजे मोची का काम करने वाले कश्मीरी नामक व्यक्ति के उनके सरकारी आवास पर पहुंचने के बाद हुई।

उसने बताया कि आवाज देने के बाद भी भीतर से कोई चहल-पहल न होने पर उसने दरवाजे को धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया। उसे स्थिति संदिग्ध लगी तो उसने अन्य लोगों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद भीतर दाखिल हुए पुलिस कर्मियों ने इंस्पेक्टर राकेश मलिक का शव देखा। अकादमी के डीजी एसी शर्मा अन्य स्टाफ के साथ राकेश मलिक के सरकारी आवास पर पहुंचे।

Delhi Police: बरेली के होटल में मिला दिल्ली कांस्टेबल का शव

उत्तर प्रदेश के बरेली में होटल के कमरे में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि 48 वर्षीय जोगेन्द्र सिंह दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल थे और वह मंगलवार को बरेली की अदालत में किसी काम से आये थे तथा आशा किरन होटल में ठहरे हुए थे.

सूत्रों ने बताया कि कल होटलकर्मियों ने उनका दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया और दरवाजा न खुलने पर पुलिस को बुलाया. पुलिस जब कमरे में पहुंची तो वहां जोगेन्द्र सिंह मृत अवस्था में पाये गये.

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मौत के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

MP Police: Indore: फिल्मी अंदाज में हुआ बदमाशों और पुलिस का आमना-सामना

इंदौर। एजेंटी वसूली मामले में विजयनगर पुलिस का मंगलवार को देर रात फरार गुंडों से फिल्मी अंदाज में सामना हुआ। पुलिस को देखते ही गुंडे गाड़ी लेकर भागे। जवानों ने रोकने की कोशिश की, नहीं रुके तो गुंडों की गाड़ी से लटक गए, पर गुंडे रुके नहीं और उन्हें घसीटते ले गए।

एसपी ने सेट पर प्रसारण सुना, तो वे भी दल-बल के साथ पहुंचे और लट्ठ लेकर दौड़े। उनके साथ पांच थानों का बल भी दौड़ता रहा, लेकिन गुंडे हाथ नहीं आए। उधर, बुधवार दोपहर इस घटना के विरोध में टाटा मैजिक चालकों ने विजयनगर थाने का घेराव किया। पुलिस ने उन्हें डंडे मारकर खदेड़ा।


रात 2 बजे विजयनगर थाने के एएसआई विजेंद्र शर्मा, जवान शैलेंद्र मीणा, जितेंद्र सिसौदिया व शैलेंद्र पंवार रेलवे स्टेशन से आ रहे थे। लक्ष्मी मेमोरियल हॉस्पिटल के सामने उन्हें एक गाड़ी दिखाई दी, जिसमें फरार बदमाश सोनू, सानू, प्रेम व सुनील जैन बैठे थे। चारों ने कुछ देर पहले ही थाने के पास एजेंटी को लेकर कृष्णा डाबर पर जानलेवा हमला किया था।

पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वे भागने लगे। संकरा रास्ता होने से पुलिस की जीप रुक गई। जवान गाड़ी छोड़कर गुंडों की गाड़ी पर लटक गए। बदमाश उन्हें घसीटते हुए ले गए। इसी बीच वायरलेस सेट पर एसपी डी. श्रीनिवास वर्मा ने प्रसारण सुन लिया। कुछ देर बाद एसपी, एएसपी कृष्णा वेणी, सीएसपी अमरेंद्रसिंह मौके पर पहुंचे।

श्री वर्मा आते ही गाड़ी छोड़कर लट्ठ लेकर गुंडों के पीछे दौड़ते रहे। उनके साथ एएसपी, सीएसपी भी थे। कंट्रोल रूम ने भी सभी थाना प्रभारियों को घटनाक्रम की सूचना दी। कुछ ही देर में विजयनगर, एमआईजी, तुकोगंज, कोतवाली, पलासिया, परदेशीपुरा सहित पांच थानों का बल पहुंच गया। एसएसपी ए.साईं मनोहर ने रात को ही सीएसपी से बदमाशों पर इनाम घोषित करने का प्रतिवेदन मांग लिया। टीआई कमल जैन के अनुसार बदमाश भाग गए जबकि उनकी कार (जी जे-13एन-1228) पकड़ ली।

पुलिस ने डंडे फटकारे
इसी घटना के विरोध में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दर्जनभर से ज्यादा टाटा मैजिक चालकों ने बुधवार दोपहर विजयनगर थाने का घेराव कर दिया। टीआई कमल जैन से उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। टीआई ने उन्हें बताया कि रातभर एसपी खुद आरोपियों की धरपकड़ के लिए सक्रिय रहे और लगातार कोशिश की जा रही है। टाटा मैजिक वाले मानने को तैयार नहीं हुए और हड़ताल की धमकी दी तो पुलिस ने डंडे फटकार कर उन्हें दौड़ा दिया। इस दौरान एबी रोड पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई।

MP Police: Indore: चोरों से साढ़े छह लाख लूट लिए एसआई साहब ने...

इंदौर।चोर-चोर मौसेरे भाई की कहावत तो आपने सुनी होगी। चोरों में चोरी के माल के बंटवारे को लेकर झगड़े-झंझट हो जाना आम है लेकिन चोर और पुलिस के बीच चोरी के माल के बंटवारे की बात और फिर इसके चलते एक पुलिसवाले की नौकरी गंवाने की खबर शायद ही सुनी होगी। इसकी ताजातरीन मिसाल विजयनगर पुलिस से जुड़ी है। इस थाने के एक एसआई ने दो चोरों के साथ चोरी के रुपए मिल-बांटकर हजम करने की सोची। वह सफल भी हो गया मगर उसे इसका कतई भान नहीं था कि आगे क्या होने वाला है।
विजयनगर थाने के एक एसआई पर पुलिस ने इसी थाने में चोरी के माल को हजम करने की कोशिश का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। एसआई ने पिछले दिनों दो चोरों को लाखों रुपए चोरी के मामले में पकड़ा था। एसआई ने चोरी की रकम में से साढ़े छह लाख रुपए लिए और चोरों को छोड़ दिया। चोर तुकोगंज पुलिस के हाथ लग गए और एसआई की पोल खोल दी।

खबर 16 अगस्त की कुछ इस तरह की है। विजयनगर थाना क्षेत्र में मुकुंद पिता हीरालाल चौधरी निवासी सर्वहारानगर के बीमा ऑफिस में चोरी हो गई थी। चोर यहां से करीब दस लाख रुपए का माल उड़ा ले गए। टीआई कमल जैन ने इस मामले की जांच एसआई बीएल मेहर को सौंपी।

एसआई ने मुखबिर की सूचना पर अविनाश उर्फ लक्की पिता राजेश तलावले व उसके भाई मिलन निवासी लाला का बगीचा को पकड़ा। दोनों ने मुकुंद की कंपनी में चोरी करना कबूल कर लिया। एसआई मेहर ने दोनों चोरों के कब्जे से चोरी के रुपए भी बरामद कर लिए। लाखों रुपए देखकर मेहर की नियत खराब हुई और उसने 6 लाख पचास हजार रुपए लेकर दोनों चोरों को छोड़ दिया। मंगलवार रात दोनों चोर तुकोगंज पुलिस के हाथ लग गए।

एएसपी महेश जैन व टीआई अशोक तिवारी ने पूछताछ की तो उन्होंनें चोरी करने से लेकर एसआई को पैसे देने तक की पूरी कहानी तोते की तरह सुना दी। चोरी के माल की अफरा-तफरी करने की कहानी सुनकर पुलिस अधिकारी सन्न रह गए। मामला एसपी डी. श्रीनिवास वर्मा को सामने आया। दोनों चोरों को उनके सामने पेश किया गया।

जब एसपी ने पूछताछ की तो उन्होंनें यहां भी एसआई को 6 लाख पचास हजार रुपए देना कबूल कर लिया। एसएसपी ए. साईं मनोहर ने तत्काल एसआई को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया। अब उसी थाने में एसआई पर मामला दर्ज किया गया है। एसपी ने एएसपी कृष्णा वेणी व सीएसपी अमरेंद्र सिंह को मामला देखने के निर्देश दिए हैं।

चोरों के बयान ने पोल खोली

चोरों से एसआई की मिलीभगत सामने आने पर मामला पूरे पुलिस महकमे में आग की तरह फैल गया। बुधवार देर रात एसआई को तुकोगंज थाने लेकर आए और देर तक पूछताछ की गई। उसे बताया कि चोरों ने बयान में पोल खोल दी है। लिहाजा चोरी का माल जब्त करवा दो।

नई बाइक से धरा गया चोर

एसआई मेहर ने तो चोरों से पैसे लेकर मामला रफा दफा कर दिया था। लेकिन तुकोगंज पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक बदमाश के पास अचानक पैसा आया है। उसने हाल ही में नई बाइक खरीदी है। टीआई ने उसे खुफिया जवानों से उठवा लिया। बताया तो यह भी जाता है कि मुखबिरी करने वाला था विजयनगर थाने का एक जवान है, जो हाल ही में तुकोगंज से गया है।

नोट लेकर बोला जा किसी को बताना मत

एसपी डी.श्रीनिवास वर्मा के अनुसार आरोपी लक्की व मिलन ने अपने बयान में बताया की उनके साथ चोरी करने में गौरव उर्फ मोगली नामक एक युवक भी शामिल था। लक्की यहां चौकीदारी करता है। उन्होंनें चोरी करने के बाद 2.50 लाख रुपए एक बैग में जबकि 6.50 लाख रुपए दूसरे बैग में रखे थे।

यहां से चोरी किया एक डीवीआर तोड़कर नाले में फेंक दिया। कंपनी ने उन पर शक किया तो पुलिस ने पकड़ लिया। जब लक्की व मिलन से थाने में पूछताछ की जा रही थी तो उनके पिता राजेश भी पुलिस थाने आए। आरोपियों ने पिता को थाने पर देखा तो घबरा गए और चोरी कबूल ली।

एसआई मेहर उसे खुद अपनी बाइक से ले गए और 6.50 लाख रुपए से भरा बैग ले लिया। उसने दोनों को छोड़ कर सख्त हिदायत दी कि यह बात किसी को मत बताना। थाने से निकलते ही आरोपियों ने भी पैसे बांट लिए। उनमें से एक लाख रुपए गौरव के पास है। जबकि बाकी रुपए में से बाइक खरीद ली। पुलिस ने करीब 48 हजार रुपए जब्त भी किए हैं।

10 हजार की लिखी रिपोर्ट

मामला शुरु से ही गड़बड़ रहा है। पुलिस ने चोरी की रिपोर्ट सिर्फ दस हजार रुपए की ही लिखी थी। एसपी के अनुसार यह भी जांच का विषय है कि पुलिस ने ऐसा किया है या फरियादी ने ही कम पैसे चोरी होने की रिपोर्ट लिखवाई थी।