Thursday, August 2, 2012

Maharastra Police: Mumbai: वो पुलिस अधिकारी, जिसने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के स्पेशल एजेंट्स को झुका दिया था, अब महारा्ष्ट्र के नए DGP होंगे

Mumbai: The man who stood up to US Secret Service Agents and refused to take orders from them when US President Barack Obama visited India in November 2010, will be serving as Director General of Police (DGP) of the state for the next three years. No-nonsense officer Sanjeev Dayal, from 1977-batch IPS cadre, who has been known for his impeccable image, took over from predecessor K Subramanyam, who retired on Tuesday. The officer, hailing from Delhi, was a former commissioner of police of Mumbai and is well known for his integrity and strictness. In his 35 years of service as an IPS officer, Dayal has held several key positions across the state, along with stints with the Intelligence Bureau (IB) and Special Protection Group (SPG). He was DGP of the Anti-Corruption Bureau before he took over as the state’s top cop. “Dayal is the right choice for the post, as he has lots of experience. As Dayal now has a three-year tenure to serve, he can bring around big changes in the force,” said a police officer. Speaking about the task at hand, Dayal said, “I am thankful to the government for considering me for the post of DGP. I will try my best to improve the service delivery and the upholding of the law.” Dayal’s experience and seniority were the reasons the government chose him for the post and other contenders included R P Khilnani, DG (civil defence), P N Dixit, managing director, Police Housing and Welfare Corporation, and Sridevi Goel, ADG (State Reserve Police Force). ncidentally, all belong to the 1977 batch. The Obama episode Dayal’s strictness was reflected even with the US president’s convoy when Obama visited India in November 2010, while Dayal was the commissioner of police. Dayal had refused to allow US Secret Service agents to dictate terms to Mumbai police and held up Cadillac One, in which Obama and Michelle were seated. The convoy was allowed to proceed 11 minutes later, only after US snipers were evacuated from unauthorised vantage points along the route.

Wednesday, August 1, 2012

Punjab Police: Ludhiana: पंजाब में पुलिस दल पर फायरिंग, कोई साथी हताहत नहीं

लुधियाना। भामियां रोड स्थित जैन कालोनी टी-प्वाइंट पर नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने शराब की तस्करी करने के आरोपियों को रोकने की कोशिश की, तो आरोपियों ने पुलिस पर जमकर फायरिंग कर दी। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने भी अपने बचाव में चार फायर हवा में कर दिए। आरोपियों ने अपनी दोनों कारें छोड़ मौके से भागने की कोशिश की। इसी दौरान पुलिस ने गिरोह के तीन आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया, लेकिन गिरोह का सरगना मौके से फरार हो गया। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से दो कारें व 90 पेटी शराब बरामद कर ली। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास व शराब तस्करी का मामला दर्ज कर पूछताछ करनी शुरू कर दी है। एडीसीपी-4 सुशील कुमार ने बताया कि एंटी लिकर स्मगलिंग स्टाफ के इंचार्ज हरबंस सिंह ने पुलिस पार्टी समेत भामियां रोड स्थित जैल कालोनी टी-प्वाइंट पर नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान एक इनोवा और इंडिगो कार आ रही थी। पुलिस पार्टी ने जब दोनों कारों को रोकने की कोशिश की, तो कार में से मोहल्ला हरगोबिंदपुरा निवासी जगजीत सिंह सन्नी निकल कर बाहर आया। जगजीत सिंह के हाथ में पिस्तौल थी और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। आरोपियों ने पुलिस पर पांच फायर किए। पुलिस ने भी जवाब में हवा में चार फायर किए। इस दौरान जगजीत सिंह दोनों कारों को छोड़ अपने साथियों के साथ मौके से फरार होने कोशिश करने लगा। पुलिस ने आरोपियों का पीछा कर जगजीत सिंह के तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि गिरोह का सरगना जगजीत सिंह मौके से फरार हो गया। पुलिस को गिरफ्तार आरोपियों की पहचान इंद्रा कालोनी निवासी संजीव कुमार, माछीवाड़ा निवासी गगनदीप सिंह उर्फ गगन और सोनू श्रीवास्तव के रूप में हुई है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से दो कारें व 90 पेटियां शराब बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास व शराब तस्करी का मामला दर्ज कर दिया है। पुलिस फरार आरोपी जगजीत सिंह की तलाश में छापेमारी करने में जुटी हुई है। हत्या व लूट के मामले दर्ज हैं गिरोह के सरगना पर एडीसीपी सुशील कुमार ने बताया कि गिरोह के सरगना जगजीत सिंह उर्फ सन्नी पर पहले भी कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि जगजीत सिंह उर्फ सन्नी पर हत्या, हत्या के प्रयास व लूटपाट जैसे 11 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा गिरफ्तार आरोपी संजीव कुमार पर भी हत्या के प्रयास समेत दो मामले दर्ज हैं।

Uttarkhand Police: Dehradun: भाई अपनी उत्तराखंड पुलिस ने तो फुटबाल में झंडा गाड़ दिया

देहरादून: धड़कने बढ़ा देने वाले मुकाबले में उत्तराखंड पुलिस ने अतिरिक्त समय में गोल दागकर प्रतियोगिता में अपनी बादशाहत साबित की। उत्तराखंड पुलिस ने फाइनल मुकाबले में सिटी यंग्स क्लब को अतिरिक्त समय में 1-0 के अंतर से हराकर प्रतियोगिता में जीत हासिल की। विजेता टीम को 70 हजार और उप विजेता टीम को 35 हजार रुपये प्रदान किए गए। ओएनजीसी स्टेडियम में खेली जा रही तृतीय बीएस नेगी मेमोरियल फुटबाल टूर्नामेंट के फाइनल में मंगलवार को उत्तराखंड पुलिस एवं सिटी यंग्स क्लब की टीमें आमने-सामने हुई। मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। दोनों ओर से कई बार मूव बने, लेकिन किसी को कोई सफलता नहीं मिली। पहले हाफ तक कोई टीम गोल नहीं कर सकी। दूसरे हाफ में भी दोनों टीमों ने गोल दागने का प्रयास किया, लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली। मैच बराबर होने पर दोनों टीमों को अतिरिक्त समय दिया गया। अतिरिक्त समय में उत्तराखंड पुलिस के शिशिर ने शानदार मूव को गोल में तब्दील कर दिया। इसके बाद सिटी यंग्स क्लब ने भी गोल दागने का प्रयास किया, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। इस तरह से उत्तराखंड पुलिस ने 1-0 से फाइनल मुकाबला जीता। मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने भी मैच का लुत्फ उठाया। मुख्यमंत्री ने विजयी गोल दागने वाले शिशिर को दस हजार रुपये देने का एलान किया। विजेता टीम को 70 हजार और उप विजेता टीम को 35 हजार रुपये प्रदान किए गए। सिटी यंग्स क्लब के मोनू गोस्वामी को मैन आफ द टूर्नामेंट से नवाजा गया। उन्हें एक मोटर साईकिल दी गई। प्रतियोगिता के बाद चार अपकमिंग प्लेयर सूरज, आले, हिमांशु, अर्जुन का चयन किया गया। इस अवसर पर ओएनजीसी के अधिकारी भी मौजूद रहे।