Wednesday, February 8, 2012

Punjab Police: Chandigarh: पंजाब पुलिस के एडीजी मोहम्मद मुस्तफा फिर आए विवादों में, बेटे अकील ने किया जमकर तमाशा..

चंडीगढ़. पंजाब पुलिस के एडीजी मोहम्मद मुस्तफा और पंजाब विधानसभा चुनाव में मलेरकोटला से कांग्रेस उम्मीदवार रजिया सुल्तान के बेटे अकील सेक्टर-39 स्थित सर्किट हाउस में सरकारी ड्यूटी पर तैनात पंजाब पुलिस के कर्मियों से उलझ गए। पंजाब पुलिस की शिकायत पर वीरवार रात 2.19 बजे चंडीगढ़ पुलिस अकील को थाने ले गई, उन्हें सुबह 7 बजे छोड़ा गया। इस दौरान जीएमएसएच-16 में अकील का मेडिकल भी कराया गया। कसूर बस इतना था सर्किट हाउस में तैनात पंजाब पुलिस के मुलाजिमों का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने तेज रफ्तार से सर्किट हाउस स्थित अपने आवास में जा रहे अकील की इनोवा गाड़ी को रोक कर उन्हें तेज रफ्तार से गाड़ी न चलाने को कहा था। हालात इस कदर बेकाबू हुए कि मुलाजिमों को चंडीगढ़ पुलिस बुलानी पड़ी। मसला अपनी ही फोर्स के अफसर के बेटे का था, इसलिए पंजाब पुलिस के मुलाजिम भी नरम पड़ गए और अकील के खिलाफ कानूनी कार्रवाई से मना कर दिया। हालांकि चंडीगढ़ पुलिस ने थाना-39 में डीडीआर नंबर 80 दर्ज जरूर कर ली है। डीडीआर में अकील पर 107/150 की कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है।
रात को बीता घटनाक्रम वीरवार रात 2.19 मिनट पर जब अकील इनोवा गाड़ी में तेज रफ्तार से सर्किट हाउस में आने लगे तो गेट पर तैनात पंजाब पुलिस के एएसआई केवल कृष्ण, कांस्टेबल अमित सिंह ने उन्हें रोका और पूछताछ की। सूत्रों के मुताबिक इस पर अकील की कर्मियों से बहस हो गई। विवाद बढ़ा तो एएसआई केवल कृष्ण ने चंडीगढ़ पुलिस के कंट्रोलरूम को फोन किया और अकील की शिकायत की। मौके पर पीसीआर की जिप्सी पहुंची वहीं सेक्टर-39 थाना से एसआई ओमप्रकाश भी आए और विवाद सुलझाने की कोशिश की। विवाद नहीं थमा तो अकील को थाना-39 ले जाया गया। यहां उनके खिलाफ रपट दर्ज की गई और अस्पताल में मेडिकल कराया गया। अकील को थाने में ही रखा गया। सुबह 7 बजे पुलिस मुलाजिमों ने अपने अफसरों से बात की तो मामला ठंडा कर दिया गया। कर्मियों ने लिखित बयान दिए कि वे कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते। अकील इससे पहले 6 जुलाई 2008 को भी अकील इसी अंदाज में चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस के मुलाजिमों से भिड़े थे। अकील को पंजाब पुलिस मुलाजिमों की शिकायत पर पकड़ा गया, उनका मेडिकल कराया गया। लेकिन पंजाब पुलिस कर्मियों ने कार्रवाई कराने से मना कर दिया। इसके चलते कोई केस दर्ज नहीं किया गया। हमने डीडीआर दर्ज की है और अफसरों की मंजूरी के बाद जल्द कलंदरा दर्ज किया जाएगा। -ओमप्रकाश, जांच अधिकारी, थाना सेक्टर-39

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