Sunday, November 6, 2011

Police Awards: Bihar:UP: पुलिस सेवा का अनोखा रिकार्डस, परदादा, दादा, पिता पोती ..सब पुलिस सेवा में...

नई दिल्ली। 90 साल के बाद चौथी पीढ़ी भी पुलिस सेवा में आ जाए, तो किसी आश्चर्य से कम नहीं। अपने परदादा, दादा और पिता के पद चिह्नों पर चलते हुए कथक नृत्यांगना मनुस्मृति ने भी पुलिस सेवा को चुना है। मूलत: बिहार के औरंगाबाद की मनुस्मृति ने यह इतिहास शनिवार को हैदराबाद की नेशनल पुलिस अकदमी से पास आउट करके रचा। वर्तमान में आईपीएस पिता-पुत्री की यह अकेली जोड़ी है। मनु का भाई लॉ करने के बाद दूसरे कार्य में लग गया।
मनुस्मृति के पिता कमलेंद्र प्रसाद उत्तर प्रदेश कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के 1981 बैच के अधिकारी हैं और इन दिनों दिल्ली में नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फोरेंसिंक साइंस के निदेशक हैं। मनुस्मृति के दादा अरविंद प्रसाद बिहार पुलिस से एएसपी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उसके परदादा हरिहर प्रसाद वर्मा 1921 में बिहार पुलिस में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए और वर्ष 1954 में सहायक सब इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत हुए। हरिहर प्रसाद का देहांत वर्ष 1954 में हुआ। मनु स्मृति ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की। उसने कोलकाता के सीएसएसएस से एमफिल की।

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