Friday, October 21, 2011

UP Police: Varanasi: संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के लिपिकों के बंगले देख सीबीसीआईडी कानपुर शाखा के इंस्पेक्टर रामपाल सिंह रह गए हैरान, ऐसे शानदार बंगले बड़े-बड़े रईसों के तो हो सकते हैं ...

वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में कार्यरत लिपिकों और अधिकारियों के बंगले देख फर्जीवाड़े की जांच कर रहे सीबीसीआईडी कानपुर शाखा के इंस्पेक्टर रामपाल सिंह हैरान रह गए। ऐसे शानदार बंगले बड़े-बड़े रईसों के तो हो सकते हैं किंतु विश्वविद्यालय के लिपिकों और अधिकारियों के बंगले कुछ और ही इशारा कर रहे हैं।
मामले की जांच के सिलसिले में पिछले कुछ दिनों से बनारस में डेरा डाले रामपाल सिंह विभिन्न पहलुओं की गंभीरता से जांच में लगे हुए हैं। इसी क्रम में उन्होंने कर्मचारियों और अधिकारियों की माली हालत का अंदाजा लगाने के लिए उनके घरों का अवलोकन भी किया। अब तक एक दर्जन कर्मचारियों और अधिकारियों के आवास देख चुके श्री सिंह ने बुधवार को इसी प्रकरण में एक महिला कर्मचारी से भी पूछताछ की। श्री सिंह के मुताबिक कुछ कर्मचारियों ने तो अपने फोन ही आफ कर दिए हैं जबकि कुछ लिपिकों ने पूछताछ के दौरान अपना पता गलत बताया। विश्वविद्यालय के अन्य कर्मचारियों के सहयोग से सही पता खोजा। कर्मचारियों के इस आचरण से उन पर शक और गहरा हो गया है। जांच के दौरान उन्होंने पाया कि विश्वविद्यालय के कई अवकाश प्राप्त कर्मचारी और शिक्षक भी प्राय: परिसर में ही डेरा डाले पड़े रहते हैं। लिहाजा जांच अधिकारी ऐसे लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाने में लगे हैं जो विश्वविद्यालय के कर्मचारी न होते हुए भी यहां के कार्यों में हस्तक्षेप करते हैं। बुधवार को परिसर में अधिकारियों और कर्मचारियों से इस संदर्भ में बातचीत करने के उपरांत उन्होंने कुछ अभिलेखों की जांच पड़ताल भी की।

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