Thursday, October 20, 2011

Rajasthan Police: Kota: कोटा के सेंट्रल जेल अधिकारियों का करिश्मा, ठीक होकर आए हारमोनियम में मिलें दो मोबाइल, दो चार्जर व गुटखा-तंबाकू..

कोटा. सेंट्रल जेल में बुधवार को बाजार से ठीक होकर पहुंचे एक हारमोनियम में दो मोबाइल, दो चार्जर व गुटखा-तंबाकू सहित व्यसन की अन्य सामग्री जेल पुलिस ने बरामद की। इससे पहले भी जेल पुलिस चैकिंग के दौरान सिम व मोबाइल पहले भी बरामद कर चुकी है। जेलर गोविंद सिंह ने बताया कि जेल में कैदियों के मनोरंजन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए कई प्रकार के वाद्ययंत्र है। कुछ दिन पहले हारमोनियम खराब हो जाने पर उसे हरिओम गैस बालाकुण्ड वाले के यहां ठीक करवाने भेजा गया था। बुधवार को एक युवक उसे जेल पहुंचाने आया।
संतरी ने शक होने पर हारमोनियम को खुलवाकर तलाशी ली। संतरी ने जब अंदर देखा तो पहले उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि ऐसा भी हो सकता है। हारमोनियम के अंदर दो मोबाइल, दो चार्जर सहित जर्दा व तंबाकू की सामग्री बरामद हुई। पूछताछ में पता चला है कि हत्या के मामले में उम्रकैद भुगत रहे मोहन कुमार प्रजापति ने ही इसकी योजना बनाई थी। जहां यह हारमोनियम ठीक होने भेजा गया था, वह उसके साथी बंदी जितेन्द्र के मिलने वाले की दुकान थी। जितेंद्र का रिश्तेदार त्रिवेंद्रसिंह ही हारमोनियम में यह सामग्री रखकर लाया था। दोषी कैदी पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं हारमोनियम को लाने वाले के बारे नयापुरा पुलिस को शिकायत दी है। नयापुरा पुलिस और डिप्टी सीताराम माहीच का कहना है कि उन्हें जेल से कोई शिकायत नहीं मिली है। सवाल जो जवाब मांगते हैं -कैदी को कैसे पता चला कि कोई हारमोनियम ठीक होने, कहां गया है? - हारमोनियम ठीक करने वाले के पास बंदी का रिश्तेदार कैसे पहुंचा? - जेल में बंदी के पास क्या पहले से ही मोबाइल है जिससे बंदी ने हारमोनियम ठीक करने वाले और अपने रिश्तेदार से बात की - जिस तरह इसमें मोबाइल रखकर भेजे गए, ऐसे तो बाहर से कोई भी विस्फोटक अथवा आपत्तिजनक सामग्री भी जेल में पहुंचाई जा सकती है?

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