Thursday, October 20, 2011

MP Police: Indore: अपहरण की फर्जी कहानियों से इंदौर पुलिस की नाक दम,

इंदौर।। अपहरण की फर्जी कहानियों ने इन दिनों इंदौर पुलिस की नाक में दम कर रखा है, जिनके चलते उसे काल्पनिक किडनैपर्स की तलाश में बेमतलब खाक छाननी पड़ रही है। हफ्ते भर में पुलिस ने ऐसी चार कहानियों का खुलासा किया है। इनमें सबसे ताजा मामला 25 वर्षीय विवाहित शिक्षिका का है, जिसने कम उम्र के प्रेमी के साथ भागकर दूसरी शादी करने के बाद अपने ही किडनैप की कहानी गढ़ दी। एसपी सिटी शैलेंद्र सिंह चौहान ने मंगलवार को बताया कि शहर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र से नीलम व्यास (25) दो सितंबर को अचानक लापता हो गई थी। पुलिस थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी।
उन्होंने बताया कि एक निजी स्कूल में पढ़ाने वाली नीलम ने 16 अक्तूबर को अपने परिजन को फोन किया और बताया कि एक गिरोह उसे अगवा करके भोपाल ले गया है, जहां उसे एक मकान में बंधक बनाकर रखा गया है। उसने फोन पर कथित रूप से यह भी बताया कि नशे के इंजेक्शन दिए जाने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया जा रहा है। नीलम के फोन कॉल से घबराए परिजनों ने पुलिस को इस बात की सूचना दी। चौहान ने बताया कि पुलिस ने लापता शिक्षिका को मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर भोपाल के अयोध्या बायपास क्षेत्र में सोमवार देर रात ढूंढ निकाला। उसके साथ उसके प्रेमी राजकुमार उर्फ राजू (23) को भी पकड़ लिया गया। उन्होंने बताया कि नीलम की तीन साल पहले ही शादी हो चुकी है। लेकिन बस में सफर के दौरान उसे राजू से प्यार हो गया। उसने भागकर अपने प्रेमी के साथ दूसरी शादी कर ली और अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी।
चौहान ने नीलम से हुई पूछताछ के हवाले से बताया, ' उनको लगता था कि अपने अपहरण की फर्जी कहानी गढ़ने के बाद वह प्रेमी के साथ आराम से रह सकेगी।' पुलिस ने नीलम और राजकुमार के खिलाफ संबद्ध धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है। बहरहाल, जैसा कि एसपी सिटी चौहान बताते हैं कि शहर में हफ्ते भर के दौरान ऐसे ही तीन अन्य मामलों का भंडाफोड़ किया गया है। इन मामलों में 12 वर्षीर्य छात्र, 13 वर्षीय छात्रा आर 30 वर्षीय शख्स ने अपने अपहरण की झूठी कहानियों से पुलिस की मुसीबतें बढ़ा दी थीं। उन्होंने बताया, 'पुलिस को झूठी जानकारी देना कानूनन अपराध है। खुद के अपहरण के किस्से गढ़ने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा रही है, ताकि इस प्रवृत्ति पर रोक लग सके।'

No comments:

Post a Comment