Wednesday, September 21, 2011

Mumbai Police: मुंबई पुलिस कमिश्नर ने दफ्तर बुलाकर सम्मानित किया कांस्टेबल को, छुट्टी के दिन भी निभाई थी ड्यूटी...

अक्सर ड्यूटी पर रहते हुए भी काम से कतराने वाले पुलिस वालों के लिए मुंबई पुलिस को बदनाम किया जाता है। लेकिन सभी पुलिस वाले ऐसे नहीं होते हैं।

दरअसल शनिवार को सुबह 11 बजे के करीब ताड़देव स्थित एक जूलरी की दुकान पर दो लोग सोने की चेन और कंगन बेचने आए थे। इस दौरान छुट्टी का दिन होने के कारण कॉन्सटेबल मारुति अपने बच्चों को स्कूल छोड़कर आ रहे थे। उन्होंने दुकानदार और आभूषण बेचने आए लोगों को बहस करते हुए देख लिया। उनकी हालत देखकर मारुति को शक हुआ कि कई वे चोर तो नहीं जो चोरी का सामान दुकान में बेचने आए। शक के आधार पर मारुति ने उन्हें जब रोकना चाहा तो वे भागने लगे।


इसी बीच ताड़देव पर ड्यूटी पर तैनात बीट मार्शल पुलिस कॉन्सटेबल शत्रुघ्न उग्ले की मदद से मारुति ने चोरों को पीछा किया , और उनमें से एक को धर दबोचा। जब मारुति और उनके साथी कॉन्सटेबल ने आरोपी अजय दुर्गाप्रसाद मिश्रा की तलाशी ली तो उसके पास 3.5 ग्राम की सोने की चैन और दो कंगन बरामद हुए। जबकि भीड़ होने की वजह से अजय का दूसरा साथी विनोद भागने में कामयाब रहा।

पूछताछ के दौरान अजय ने पुलिस को बताया कि वो और उसका साथी माहिम दरगाह में रहते हैं , और उन्हें यह जूलरी बांद्रा के माउंट मेरी चर्च के मैले में मिली। आगे की पूछताछ के लिए उसे ताड़देव पुलिस के हवाले कर दिया गया।

बहरहाल कॉन्सटेबल मारुति और शत्रुघ्न के काम से खुश होकर मुंबई पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक ने उन्हें अपने में दफ्तर बुलाकर सम्मानित किया। मारुति को छुट्टी पर होते हुए भी ड्यूटी करने के लिए डेढ़ हजार रुपये जबकि शत्रुघ्न को एक हजार रुपये की बख्शीश दी। साथ ही सीपी साहब ने दोनों को सर्टिफिकेट देकर उनकी हौसला अफजाई की। मारुति पाटील एन . एम . जोशी मार्ग में कार्यरत है।

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