Monday, June 13, 2011

Rajasthan Police : राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा दी नहीं, फिर भी आया कॉल लेटर

जोधपुर. राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में कहीं न कहीं चूक रही है। ड्राइवर पद का एक आवेदक पहले तो एडमिशन कार्ड नहीं मिल पाने के कारण परीक्षा नहीं दे पाया। उसे ही बाद में कॉल लेटर जारी हो गया जिसमें शारीरिक परीक्षण के लिए बुलवाया गया है। यानी कि जो परीक्षा उसने दी ही नहीं उसमें उसे सीधे पास कर दिया गया।

डीबी स्टार टीम ने मामले की पड़ताल की। दरअसल सरस्वती नगर बासनी (फस्र्ट) निवासी पप्पूराम पुत्र तुलसीराम ने कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में ड्राइवर पद के लिए एससी वर्ग से आवेदन किया था। प्रवेश पत्र नहीं मिलने के कारण पप्पूराम जनवरी में हुई लिखित परीक्षा में नहीं बैठ सका। वह परीक्षा से पहले आरएसी कार्यालय भी गया। वहां उसका फार्म ही नहीं मिला। आखिरकार उसे मायूस होना पड़ा। 10 जून को उसे डाक से कॉल लेटर मिला।

इसमें उसे राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर, मंडोर में 25 जून की सुबह सात बजे रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसके अलावा फार्म भाग-1 भी डाक से मिला। इसमें उसकी फोटो लगी है जिस पर रोल नंबर 106448 हैं। पड़ताल के लिए टीम शनिवार को आरएसी 1 पहुंची। वहां डिप्टी कमांडेंट चतुर्भुज पंवार ने कॉल लेटर देखा और दस्तावेज निकलवाए। परीक्षा नहीं देने वाले अभ्यर्थी को कॉल लेटर कैसे मिल गया? इसकी जांच की जा रही है।

केटेगरी में भी गड़बड़ी: पप्पूराम सरगरा ने एससी श्रेणी में परीक्षा में बैठने का फार्म भरा था लेकिन कॉल लेटर में जनरल केटेगरी है। ऐसे में केटेगरी में भी चूक हुई। ड्राइवर पद के लिए कुल 12 अभ्यर्थी ही पास हुए थे। उनके रोल नंबरों का मिलान किया गया तो पप्पूराम के नंबर नहीं मिले। ऐसे में यह कॉल लेटर कैसे जारी हो गया? इसका पता लगाया जा रहा है।

अफसरों को आशंका यह भी: पड़ताल में पता चला कि बैंड के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा नहीं ली गई थी। उन्हें सीधे फिटनेस टेस्ट के लिए बुलवाया है। पप्पूराम के फार्म में ड्राइवर पद भरा है। अफसर आशंका जता रहे हैं कि दूसरे फार्म में बैंड तो नहीं भर गया। डीबी स्टार के पास पप्पूराम का फार्म मौजूद है। इसमें कांस्टेबल ड्राइवर पद के लिए आवेदन ही भरा हुआ है।

किसी का कॅरियर खराब न हो जाए: 10 जून को जब मुझे कॉल लेटर मिला तो दंग रह गया। एडमिशन फार्म नहीं मिलने के कारण मैं परीक्षा ही नहीं दे सका था। इसके लिए मैंने तीन दिन तक आरएसी के चक्कर काटे लेकिन तब मेरा फार्म ही नहीं मिला था। अब मैंने अफसरों को बता दिया है ताकि गलती से किसी और का कॉल लेटर मुझे मिल गया तो उसे समय पर पता चल सके। - पप्पूराम, परीक्षा नहीं देने पर भी कॉल लेटर मिलने वाला अभ्यर्थी

पता कर रहे हैं चूक कहां हुई: पप्पूराम को बिना परीक्षा दिए कॉल लेटर मिलने के बारे में पता किया जा रहा है। हम पता कर रहे हैं कि चूक कहां हुई? गलती यहीं हुई या जयपुर से? यह कागजात संभालने के बाद ही पता चलेगा। - चतुभरुज पंवार, डिप्टी कमांडेंट, आरएसी प्रथम बटालियन, जोधपुर

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