Saturday, June 25, 2011

Rajasthan Police: पुलिस भर्ती के दौरान नौजवानों की सांसें फूली, बेहोश हुए

जोधपुर. राजस्थान पुलिस प्रशिक्षण केंद्र (आरपीटीसी), मंडोर में चल रही कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की दौड़ में बुधवार सुबह 16 और शाम को 6 अभ्यर्थी गश खाकर गिर पड़े। इनमें से 11 अभ्यर्थियों को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। दौड़ के समय धूप तेज नहीं थी, लेकिन गोल ट्रैक पर दौड़ने के कारण उन्हें चक्कर आने लगे।



सफल होने के लिए अभ्यर्थी गिरने के बाद फिर से दौड़ने लगे, इसलिए उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई। भर्ती परीक्षा में पिछले दो दिन में 30 युवकों की तबीयत बिगड़ चुकी है। आरपीटीसी में पिछले दो दिनों से कांस्टेबल भर्ती के लिए अभ्यर्थियों की शारीरिक क्षमता की परीक्षा चल रही है। इसमें प्रत्येक जवान को 10 किमी तक दौड़ाया जा रहा है। यह दौड़ 400 मीटर के ट्रैक पर हो रही है, जो मैदान के 25 चक्कर के बराबर है। मंगलवार को इस दौड़ में 8 जनों की तबीयत बिगड़ गई थी, इसलिए बुधवार सुबह 6 बजे दौड़ शुरू की गई।

धूप नहीं होने के बावजूद सुबह-सुबह ही 16 अभ्यर्थी और गिर पड़े। डॉक्टरों ने टीम ने उन्हें ओआरएस का घोल व पानी पिला कर आराम कराया। कुछ लोग पानी पीने के बाद फिर से दौड़े तो अचेत होकर गिरने लगे। ऐसे छह अभ्यर्थी महेंद्र सिंह, श्रवण कुमार, गोविंद, हरिमोहन, अजय मीणा व राजसिंह को एंबुलेंस से एमजीएच पहुंचाना पड़ा। इसके बाद दोपहर में यह दौड़ बंद करवा दी गई। शाम छह बजे बाद अभ्यर्थियों को फिर से दौड़ाया गया तो छह अन्य युवकों की भी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें भी एमजीएच के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया।


राउंड लगाने के कारण आ रहे हैं चक्कर: राष्ट्रीय स्तर के धावक रामपाल जाट का कहना है कि 10 किमी की दौड़ क्रॉस कंट्री रेस के बराबर है। ऐसी दौड़ लंबे ट्रैक पर होती है। गोल चक्कर लगाने में तो अच्छे-अच्छे धावक भी गश खा सकते हैं। इतनी लंबी दौड़ के लिए अभ्यर्थी का अभ्यस्त होना जरूरी है।

जवानों को गर्मी में नहीं दौड़ाएं: दस हजार मीटर की दौड़ अंतरराष्ट्रीय मानक है जो वर्षो से चला आ रहा है। सभी जगह 400 मीटर का ट्रैक होता है, लेकिन इस ट्रैक को सीधा रखा जाए तो बेहतर रहता है। एथलीट को दौड़ में समय को पराजित करना पड़ता है जबकि पुलिस के जवानों को दमखम दिखाना पड़ता है। इसलिए जवानों की दौड़ गर्मी में नहीं की जानी चाहिए। इतनी लंबी दौड़ दौड़ना आसान नहीं होता, एथलीट भी कम दूरी की दौड़ ज्यादा पसंद करते हैं। हाल में अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने वाले घमंडाराम स्कूल समय में 5 व 10 हजार मीटर वाली दौड़ जीत चुके हैं, अब वे 500 व 1000 मीटर की दौड़ दौड़ते हैं। इतनी लंबी दौड़ के लिए ज्यादा दमखम चाहिए इसलिए जवानों को आवेदन करने के साथ ही अभ्यास आरंभ कर देना चाहिए। - सोहनलाल चौधरी, राष्ट्रीय स्तर के एथलेटिक्स कोच एवं खेल अधिकारी

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