Monday, June 13, 2011

Punjab Police : आरपीएफ जवानों को नहीं मिला एरियर

जालंधर। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को करीब 2 करोड़ का एरियर बकाया नहीं दिया जा रहा। एरियर न मिलने की वजह से जवानों का रोष किसी भी समय टूट सकता है और जवान प्रदर्शन करने पर उतर सकते हैं। जवानों को छठे वेतनायोग के मुताबिक 1 जनवरी 2006 से बढ़े वेतन का एरियर दिया जाना था। इसे अभी तक जारी नहीं किया गया है। पूरे भारत के आरपीएफ जवानों को यह बकाया दिया जा चुके है। इसके साथ ही मंडल में भी आरपीएफ को छोड़ दूसरे रेल कर्मचारियों को बकाया दिया जा चुका है। इसके बावजूद जवानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।

लंबी डयूटी, लेकिन बकाया नहीं
आरपीएफ जवानों ने कहा कि वह बकाया मिलने की लंबे समय से आस लगाए बैठे हैं। इसी आस के चलते वह घर के जरूरी सामान पर खर्च कर चुके हैं, लेकिन उन्हें अभी तक बकाया नहीं दिया गया। इसके चलते वह अपना कर्ज ही नहीं उतार पा रहे। इसके लिए उन्हें भारी ब्याज भी चुकानी पड़ रही है।

बढ़े वेतन का मिलना था एरियर
आरपीएफ के करीब 400 जवानों का 2 करोड़ रुपए बकाया पड़ा है। छठे वेतनायोग के मुताबिक नई भर्ती वाले जवानों कम से कम 8460 रुपए दिए जाने थे। इसी के मुताबिक रेलवे की तरफ से 1 जनवरी 2006 से बढ़े वेतन को कागजों में बढ़ा दिया गया, लेकिन उन्हें अभी तक बकाया नहीं दिया गया। इसी तरह जवानों को 2008 से मोडिफाइड एश्योर कैरियर प्रोग्रेस स्कीम के तहत वेतन बढ़ाया गया था। यह वेतन उन जवानों की बढ़ाई गई थी, जिनका डयूटी समय 10 वर्ष से ज्यादा हो चुका है। यह बकाया भी जवानों को नहीं दिया गया। इनके अलावा मंडल के लांगरी का भी वेतन बढ़ा गया था, जिसे कम से कम 7400 रुपए किया गया था। इस तरह जवानों को बकाया राशि नहीं दी जा रही।

आरपीएफ एसोसिएशन भी कर चुकी हैं मांग
इस पूरे मामले के बारे में ऐसा नहीं कि अधिकारियों को जानकारी नहीं है। अधिकारियों को आरपीएफ एसोसिएशन की तरफ से कई बार ध्यान में लाया गया है। इसमें डिवीजनल रेल मैनेजर (डीआरएम), सीनियर डिवीजनल सिक्योरिटी कमिश्नर (एस डीएससी) व सीनियर डिवीजन फाइनांस अधिकारी को भी पत्र लिखे जा चुके हैं। इसके बावजूद अधिकारियों की तरफ से जवानों की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा।

देरी करने की जांच करवाई जाए
आरपीएफ एसोसिएशन के मंडल सचिव गुरदयाल सिंह ने कहा कि जवानों को बकाया राशि में देरी करने की वजह की उच्च स्तरीय जांच करवाई जानी चाहिए। इसके लिए उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जाए और आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि वह कई बार अधिकारियों से एरियर देने की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक बकाया नहीं दिया जा रहा। उन्होंने बताया कि 25 जून तक अगर बकाया राशि न दी गई तो वे 26 जून से पूरे मंडल में आरपीएफ जवान मैस बायकाट करेंगे। कोई भी जवान मैस से खाना नहीं खाएगा।

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