Monday, June 13, 2011

Chandigarh Police : 500 ई-मेल, 135 शिकायतें और सैकड़ों फोन कॉल

चंडीगढ़. चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस शहर में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को पकड़ने के लिए फेसबुक का सहारा ले रही है, लेकिन इसकी सक्रियता का दूसरा पहलू यह भी है कि शहर के जागरूक निवासी जोकि पुलिस को इस मुहिम में सहयोग देना चाहते हैं, को हतोत्साहित किया जा रहा है।

वर्ष 2005 से चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस को ई-मेल के जरिये शहर में ट्रैफिक वॉयलेशन संबंधी सूचना देने वाले सेक्टर 44 डी के तेजिंदर सिंह को अब ट्रैफिक पुलिस की तरफ से कहा गया है कि वे उन्हें ई-मेल न भेजें। तेजिंदर सिंह सालों से ई-मेल के जरिये ट्रैफिक वॉयलेशन की जानकारी पुलिस को देते रहे हैं। उन्होंने पुलिस को ट्रैफिक वॉयलेशन की तस्वीरें भेजीं लेकिन इन पर पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। वे एसएसपी और आईजी से भी दर्जनों बार मिल चुके हैं, लेकिन हर बार अधिकारी यही कहते हैं कि कार्रवाई जारी है।

तेजिंदर सिंह शहर में होने वाले ट्रैफिक वॉयलेशन के बारे में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को भी शिकायतें कर चुके हैं, लेकिन पुलिस अफसरों की तरफ से उन पर कई बार यह दबाव भी बनाया गया है कि वे लिखकर दे दें कि वे अपनी शिकायतों पर कार्रवाई से अब संतुष्ट हैं। तेजिंदर सिंह कई बार एसएसपी ट्रैफिक एचएस दून से मिल चुके हैं, लेकिन उनसे मिलने के बाद पता चला कि उन तक ये ई-मेल पहुंचती ही नहीं।

तेजिंदर सिंह कहते हैं, चंडीगढ़ में ट्रैफिक वॉयलेशन देखकर मेरा खून खौलता है। चंडीगढ़ जैसे खूबसूरत शहर में अगर ट्रैफिक व्यवस्थित नहीं चलेगा तो शहर की पहचान खो जाएगी। तेजिंदर सिंह ने बताया कि उनके छोटे भाई दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में एडिशनल सेशन जज हैं। उनके पिता सिविल सर्जन थे। तेजिंदर सिंह खुद पंजाब वेयरहाउसिंग कॉपरेरेशन के आईटी विंग में तैनात हैं।

500 ई-मेल, 135 शिकायतें और सैकड़ों फोन कॉल

तेजिंदर सिंह ने बताया कि वे अब तक चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस को शहर में होने वाले ट्रैफिक वॉयलेशन की सूचना देने के लिए 500 ई-मेल, डाक के जरिये 135 शिकायतें और हेल्पलाइन 1073 पर सैकड़ों फोन कॉल कर चुके हैं। अपनी ई-मेल में हर बार इंसाफ की उम्मीद करते हैं, लेकिन कई सालों से इन शिकायतों पर पुलिस की ओर से कोई खास रिस्पांस न मिलने से परेशान तेजिंदर सिंह ने अब हर ई-मेल के नीचे पुलिस के प्रति नाराजगी भी जतानी शुरू कर दी है।

मेरी जानकारी में यह मसला नहीं है कि इतनी शिकायतों के बावजूद इन पर र्कावाई नहीं की गई। ऐसे व्यक्ति की तो मैं प्रशंसा करता हूं जोकि शहर में ट्रैफिक वॉयलेशन के बारे में ट्रैफिक पुलिस को सूचित कर रहे हैं। मैं इस बारे में जानकारी लूंगा।

एचएस दून, एसएसपी ट्रैफिक, चंडीगढ़ पुलिस

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